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संसद के विपक्षी  नेता  के सबसे करीबी और विश्वसनीय का सगा "साला" ही विपक्षी अफवाह की वह बैसाखी है जो पाकिस्तानी मीडिया, फौज और ISI का सबसे लाड़ला दुलारा है।

कुछ दिन पूर्व चीन के सैनिकों द्वारा हमला कर के भारत भूमि पर कब्जा करने की कोशिश की देशघाती, देशद्रोही खतरनाक अफवाह कल लुटियन दिल्ली के अंग्रेजी अखबार ने उड़ा दी। भाई-बहन की जोड़ी उस अफवाह का पंख बनकर ट्विटर के माध्यम से पूरे देश और दुनिया में उस खतरनाक अफवाह को आज सवेरे से उड़ा  रही है। लेकिन यह अफवाह देश और दुनिया के किसी चर्चित प्रतिष्ठित पत्रकार या मीडिया संस्थान ने नहीं बल्कि उस गुर्गे ने लिखी है, जो पाकिस्तानी मीडिया, फौज और ISI का बहुत लाड़ला दुलारा है। इसके लेख पाकिस्तानी वेबसाइटों अखबारों में जमकर वायरल किए जाते हैं। पाकिस्तानी न्यूजचैनलों में इसके बयान प्रमुखता से दिखाए जाते हैं।
कल दिल्ली के एक अंग्रेजी अखबार में सफेद झूठ लिखकर उपरोक्त अफवाह फैलाने वाला  गुर्गा अजय शुक्ल उस सुमन दुबे का सगा साला है जो सुमन दुबे 5000 करोड़ रूपये के नेशनल हेराल्ड घोटाले में विपक्ष नेताओं के साथ ही नामजद है और इनकी ही भांति जमानत पर बाहर है। नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम और लाइब्रेरी तथा राजीव गांधी फाउंडेशन एवं नेशनल हेराल्ड समेत लगभग उन सभी संस्थाओं में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को अजय शुक्ल का सगा जीजा सुमन दुबे ही सम्भालता है जिनकी कर्ताधर्ता ...,. है। यही कारण है कि नेशनल हेराल्ड केस में सुमन दुबे भी नामजद है तथा 19 दिसम्बर 2015 से वो जमानत पर बाहर है।
राजीव गांधी के साथ सुमन दुबे की गहरी दोस्ती तब हुई थी जब वो दून स्कूल में पढ़ता था। बाद में सुमन दुबे राजीव गांधी दरबार के सर्वाधिक शक्तिशाली नवरत्नों में शामिल हो गया था। राजीव गांधी की मृत्यु के पश्चात सुमन दुबे सोनिया गांधी का भी सर्वाधिक विश्वस्त सहयोगी साथी बन गया। नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम और लाइब्रेरी तथा राजीव गांधी फाउंडेशन एवं नेशनल हेराल्ड समेत लगभग उन सभी संस्थाओं में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने लगा जिनकी कर्ताधर्ता सोनिया गांधी है। पिछले साल ही तत्कालीन कानून मंत्री ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के दस्तावेजी सबूतों के साथ यह बताया था कि जिस राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी है तथा राहुल गांधी, सुमन दुबे और मनमोहन सिंह सदस्य हैं। उस राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मोटी रकम मिलती है और यूपीए शासनकाल में ..... ने बहुत बड़ी जमीन चीन को दी थी.

खुद अजय शुक्ल भी इतना धूर्त और कुख्यात है कि अनुशासनहीनता के आरोप में सेना से निकाले जाने के बाद वो कांग्रेसी यूपीए राज में NDTV में नौकरी करने लगा था। फिर उसे दूरदर्शन का कर्ताधर्ता सर्वेसर्वा बना दिया गया था। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की मीडिया रणनीति की कमान अजय शुक्ल ही सम्भालता था। उसके भारत सरकार विरोधी, विशेषकर भारतीय सेना विरोधी ब्लॉग्स को पाकिस्तानी सेना और मीडिया की वेबसाइट्स प्रमुखता से छापती रहती हैं। राजदीप सरदेसाई और रविशकुमार इस अजय शुक्ला की उपरोक्त पहचान छुपा लेते हैं और देश की आंखों में धूल झोंकते हुए उसको रक्षा विशेषज्ञ बताकर अपने अपने न्यूज़ चैनलों में लगातार बुला कर बैठाते हैं।
पिछले कई सालों से यही अजय शुक्ल भारत और भारतीय सेना विरोधी अभियान की कमान सम्भाल रहा है। अखबारों वेबसाइटों में लगातार लेख लिख कर यह सिद्ध करने की कोशिश में जुटा हुआ है कि चीन ने भारत भूमि पर क़ब्ज़ा कर लिया है और भारतीय सेना उसे नहीं रोक पायी है। 
भारत चीन सीमा पर तैनात वरिष्ठतम सैन्य अधिकारियों, देश के सेनाध्यक्ष, देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, देश के रक्षामंत्री, देश के विदेशमंत्री तथा देश के प्रधानमंत्री को झूठा बताकर कांग्रेस उनको और उनकी बातों को नकारती रही है। लेकिन अजय शुक्ल द्वारा दिल्ली में बैठ कर लिखे गए लेखों, उसके न्यूजचैनली बयानों को वही कांग्रेस ईश्वरीय वचन की तरह सच मान रही है, बता रही है और उन्हें आधार बनाकर देश की सेना तथा देश की सरकार पर अश्लील अभद्र भाषा में तथ्यहीन आरोपों का कीचड़ उछालने में जुटी हुई है।

जय जय भारत ----- 🙏

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